Mon. Dec 23rd, 2024
रोगों की एक पारंपरिक दवा शलजम : इतने गुणों से है भरपूर
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

रोगों की एक पारंपरिक दवा शलजम : इतने गुणों से है भरपूर

शलजम . कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर को नियंत्रित रखती है यह जोड़ों की क्षति को कम करने  मे भी मददगार है ।

 

 

सर्दियों मैं जरूर खाएं शलजम ,शलजम खाने के गजब के हैं फायदे

 

  • इम्यूनिटी मजबूत होती है…
  • पाचन के लिए फायदेमंद होता है…
  • ब्लड शुगर नहीं बढ़ता है…
  • आंखों के लिए लाभकारी है..
  • खून की कमी दूर करता है…
  • हड्डियां मजबूत होती हैं…
  • ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है…

रोगों की एक पारंपरिक दवा की तरह है शलजम ।  शलजम की जड़ कम वसा ,कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन आहार फाइबर विटामिन सी, आवश्यक अमीनो एसिड और खनिज तत्व सहित कई पोषण संबंधी न्यूट्रिएंट्स से समृद्ध मानी जाती है । शलजम की पत्तियां में इसकी जड़ों की तुलना में अधिक पोशाकतत्व मिलते हैं । शलजम की जड़ों में ग्लूकोसाइनोलेट्स पत्तियां से अधिक होते हैं जो एंटी इंप्लीमेंटरि योग है । शलजम को अपनी डाइट में शामिल करने से रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने में और कब्ज को रोकने में भी मदद मिलती है । यह स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए अनियमितता को बढ़ावा देकर शरीर को विषाक्त पदार्थ से छुटकारा दिलाने में मददगार है । हृदय संबंधी समस्याओं के निजात दिलाने में शलजम कारगर है । शलजम के पोशाकतत्व हमारे शरीर में मुक्त कणों के हानिकारक प्रभाव को रोकते हैं और इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं आहार में शलजम को शामिल करने से जोड़ों की सती को कम करने में भी मदद मिलती है यह कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर को नियंत्रित रखता है लूटीन जैसे यौगिकों की उपस्थिति के कारण शलजम आंखों को स्वस्थ रखना में भी मदद करता है ।

 

सलजम किसे नही खाना चाहिए : 

थायराइड विकारों से पीड़ित लोगों को शलजम नहीं खाना चाहिए । यदि आप थायराइड विकार से पीड़ित है तो शलजम खाने से बचना सबसे अच्छा है । क्योंकि इस सब्जी में कुछ ऐसे योग होते हैं जो थायराइड ग्रंथि को प्रभावित कर सकते हैं और हार्मोन के कामकाज में हस्तक्षेप कर सकते हैं ।

सलजम कब खाना चाहिए : 

सवाल आता है कि शलजम कब खाना चाहिए तो सर्दियों में शलजम खाना बहुत ही फायदेमंद है । आपको भी सर्दियों में शलजम जरूर खाना चाहिए। आप सर्दियों में शलजम को सब्जी या अचार या सलाद के रूप में खा सकते हैं ।

क्या शलजम को कच्चा खाया जा सकता है ? 

जी हां शलजम को कच्चा खाया जा सकता है । शलजम में कुरकुरा सफेद अंदरूनी गुदा और तीखा, चटपटा स्वाद होता है लोग इन्हें कच्छा या पका कर खा सकते हैं ।

क्या कहते है विशेषज्ञ : 

शलजम को अपने आहार में शामिल करना आपके लिए लाभदायक है । यदि आप थायराइड से संबंधित और नाइट्रेट युक्त दवाई ले रहे हैं तो आहार विशेषज्ञ डॉक्टर के सलाह से ही इसे अपने आहार में शामिल करें । – अंशु चौहान आहार विशेषज्ञ

ये भी पढ़े : 

ठंडे मौसम में सौफ का पानी 

सर्दियों में शॉप का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद होता है नियमित तौर से शॉप का पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर तरीके से काम करती है । शॉप के सेवन से शरीर में बात तथा पित्त शांत होता है । जिससे कई तरह की समस्याएं कम होती हैं । जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है उनके लिए भीगी हुई शॉप फायदेमंद होती है । सौंफ के पानी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो सर्दी और कफ को कम करने में मदद कर सकते हैं । इसका पानी पीने से छाती में जमा कफ दूर हो सकता है ।

यह भी जाने : 

सर्दियों में संतरे खाने के गजब के फायदे : जानकर हो जाओगे हैरान

रोगों की एक पारंपरिक दवा शलजम : इतने गुणों से है भरपूर

हमें उम्मीद है कि लोगों की एक पारंपरिक दवा शलजम के बारे में जानकर आपको अच्छा लगा होगा और इसके गुणों के बारे में आपको भरपूर जानकारी मिली होगी खबर अगर पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें या जो बीमारियों से ग्रसित हैं उनके साथ शेयर करें ऐसे ही अपडेटेड और हेल्थ से जुड़ी खबरें सबसे पहले आप तक पहुंचे उसके लिए नोटिफिकेशन ऑन करें ।

One thought on “रोगों की एक पारंपरिक दवा शलजम : इतने गुणों से है भरपूर”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *