Silent Heart Attack : सेहत के लिए खतरनाक है साइलेंट हार्ट अटैक, ये है लक्षण और इलाज
सीने में है दर्द तो हो जाइए सावधान ! साइलेंट हार्ट अटैक है बहुत खतरनाक, समय रहते इसके लक्षणों की पहचान और इलाज से इसके खतरे को कम किया जा सकता है।
कोरोना काल के बाद दिल की बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पहले 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही हार्ट अटैक के ज्यादा मामले सामने आते थे। लेकिन अब 30 साल या उससे कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं जिससे लोगों की मृत्यु भी हो रही है। चिंता की बात यह है कि आजकल साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।
आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण कैसे दिखाई देते हैं ? साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण बहुत हल्के होते हैं जिन्हें हार्ट अटैक से जोड़कर नहीं दे जा सकता। बहुत से मामलों में इसका पता तब चलता है जब डॉक्टर उनकी जांच करता है। साइलेंट हार्ट अटैक 45 फ़ीसदी हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार है।
साइलेंट हार्ट अटैक महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक प्रभावित करता है।
यह है साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण
साइलेंट हार्ट अटैक होने पर बेचैनी, फ्लू जैसे लक्षण, सीने में जलन, अपच, बदहजमी, सास लेने में तकलीफ, बाह या पीठ के ऊपर के हिस्से में दर्द, बहुत अधिक थकान, बिना वजह सुस्ती और कमजोरी, अचानक पसीना आना, बार-बार सांस फूलना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
साइलेंट हार्ट अटैक आने के कारण
साइलेंट हार्ट अटैक आने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें वजन का अधिक होना, संतुलित आहार का सेवन ना करना, फिजिकल एक्टिविटी ना करना, नशा और धूम्रपान करना, अनियंत्रित मधुमेह और रक्तचाप का हाई होना, कोलेस्ट्रॉल के स्तर का बड़ा होना, तनाव लेना, स्ट्रोक या हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री होने की वजह से भी साइलेंट हार्ट अटैक हो सकता है।
ऐसे करें बचाव
हार्ट अटैक के खतरे से बचने के लिए जरूरी है कि आप समय-समय पर अपना चेकअप कराते रहें, संतुलित आहार का सेवन करें, रोजाना व्यायाम करें, पर्याप्त नींद ले तनाव से बच्चे।