Adani new case : सागर अदाणी के मोबाइल फोन में घूस की पाई-पाई का हिसाब होने कादावा
अमेरिकी अभियोजकों ने अदालत में दाखिल किया 2,236 करोड़ की रिश्वत का ब्योरा : किस अधिकारी को कितने पैसे दिए, बदले में वह कितनी मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदेगा, प्रति मेगावाट तय थी रिश्वत की दर
अमेरिकी न्याय विभाग ने दिग्गज भारतीय कारोबारी गौतम अखणी व अन्य पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए 2.236 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के आरोपों के समर्थन में कुछ इस्लामेन अदालत को सौंपे हैं। इनमें बताया है कि गौतम अदाणी के भतीने सागर अदाणी रिश्वत की पाई-पाई का हिसाथ अपने मोबाइल फोन में रखते थे। किस अधिकारी को कितनी रिश्वत दी गई. उसके बदले में वह अपने क्षेत्र के लिए कितनी मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदेगा, 2020 से अब तक का पूरा चिट्ठा सागर के मोबाइल नोट्स में सुरक्षित था।
अमेरिकी अभियोजकों ने कोर्ट में दाखिल दस्तावेज में इस हिसाब को बड़ब नोट्स’ यानी रिश्वत का चिट्ठा नाम दिया है। इन दस्तावेजों में या भी कहा गया कि सागर ने अनुबंध हासिल करने के लिए प्रति मेगाबाट रिश्वत की दर तय कर रखी थी। इनमें सागा के एक व्हाट्सएप चैट का भी निक्र है, जिसमें पूछा गया कि 2020 से रिश्वत का खेल कैसा चल रहा है। जवाब में सागर ने बताया, हां. पर इन बातों को छिपाना बहुत मुश्किाल है। अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने भी पौतम, सागर व अन्य के खिलाफ एक संमानांतर मिवित्त मामला दायर किया है।
अमेरिकी अभियोजकों ने सागर के फोन से क्या मिलने का किया दावा
अमेरिकी अभियोजकों ने दावा किया कि सागर ने अपने मोबाइल फोन में जो लेखा- जाखा दर्ज किया है उसमें सरकारी अधिकारियों के नाम संक्षिप्न शीर्षकों से कोद में लिखे गए हैं।
25 फरवरी, 2021 को एक व्हाटसएप चैट में जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ हत्तीसगढ़ का ग्रीन का संभावित खरीदार बताया। सागर ने लिखा, आपको बता दें कि हमने मंजूरी के लिए कीमत दोगुनी कर दी है।
सागर ने जुलाई 2021 में ओडिशा के सरकारी अफसरों को 500 मेगावाट बिजली खरीदने के लिए राजी होने के बदले हजारों डॉलर की रिश्वत देने की बात लिखी है। अमेरिकी अभियोजकों ने बताया कि अगस्त 2021 में गौतम व सागर ने कई बैठकों के बाद 7,000 मेगावाट के बिजली सौदे के बदले में सीएम सहित आंध्र प्रदेश सरकार के अफसरों को घूस की पेशकश की।
रिश्वत 1,750 करोड़ रुपये (लगभग 20 करोड़ डॉलर) थी सागर खेल में शामिल अन्य लोगों से घूस में दी रकम को वापस वसूलने में भी अहम भूमिका निभाता था।
सागर कहता था… हर काम में होता है जोखिम
2020 में एक आयोजन में कुछ छात्रों ने सागर से पूछा था कि वे जोखिम से कैसे निपटते हैं। जवाब में कहा, आप जोखिम की बात करते हैं ती कारोबार में जो भी करते हैं, उसके साथ जोखिम जुड़ा होता है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी का सौर व पवन ऊर्जा पोर्टफोलियो सागर ने ही तैयार किया
ब्रावन पुनिवर्सिटी, आदणी लोग कलिंज से पढ़ाई पूरी करने के बाद सागर अदाणी 2015 में कारोबार में शामिल हुए। अदाणी ग्रीन एनर्जी के संपूर्ण सौर व पवन ऊर्जा पोर्टफोलियो को 30 वर्षीय सागर ने तैयार किया है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक वर्तमान में अदद्यागी ग्रीन एनर्जी के सभी रणनीतिक और वित्तीय मामले सागर अदाणी के नियंत्रण में हैं। अमेरिकी अदालत में मामला बीते दो वर्षों में अदाणी समूह के लिए दूसरा बड़ा झटका है।
जिनके नाम आए एक साल से अधिक समय से कंपनी में नहीं. एज्यूर पावर एज्यूर पावर ने कहा कि उसे पूर्व निदेशकों और अधिकारियों के खिलाफ विनियामक कार्रवाइयों की जानकारी है। ये लोग एक साल से अधिक समय से एज्यूर से जुड़े नहीं हैं। एज्यूर ने कहा कि कंपनी ने हमेशा जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है और आगे भी करेगी। अमेरिकी नाय विभाग ने एज्यूर के पूर्व अधिकारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
Good news for handicap : अब दिमाग से चलेगा कृत्रिम पैर
Sheikh hasina news : बांग्लादेश में हुआ सेना का तख्तापलट, बांग्लादेश से भागकर भारत पहुंची शेख हसीना