Israel Hamas War: सीरिया में घुसे इस्राइली युद्धक विमान, सेना ने कहा बफर जोन में हैं सैनिक
सीरिया के एक युद्ध पर्यवेक्षक ने मंगलवार को कहा कि इस्त्राइल ने सीरिया में भारी हवाई हमले किए हैं। उसके सैनिक राजधानी के 25 किलोमीटर के भीतर तक पहुंच गए हैं। इस्त्राइल ने भले ही बलों के दमिश्क में घुसने की बात को खारिज किया है लेकिन दमिश्क में मंगलवार को शहर और उसके उपनगरों में भारी हवाई हमलों की आवाज सुनाई दी है। तस्वीरों में नष्ट हुए मिसाइल लांचर, हेलिकॉप्टर और युद्धक विमान दिखाई दे रहे हैं। अभी विद्रोहियों की कोई टिप्पणी नहीं आई है।
दमिश्क पर कब्जा करने वाले हयात तहरीर अल-शम या एचटीएस के नेतृत्व वाले विद्रोही समूह अभी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हैं। इस्त्राइल ने पहले सीरिया के अंदर लगभग 400 वर्ग किलोमीटर के बफर जोन पर कब्जा कर लिया था, जिसे 1973 के पश्चिम एशिया युद्ध के बाद स्थापित किया गया था। यह कदम राष्ट्रपति बशर असद को अपदस्थ किए जाने के बाद हमलों को रोकने के लिए उठाया गया। इस्राइल ने कहा, वह संदिग्ध रासायनिक हथियार स्थलों और भारी हथियारों पर हमला कर रहा है ताकि उन्हें चरमपंथियों के हाथों में पड़ने से रोका जा सके। जबकि इस्त्राइल का अपने पड़ोसियों के साथ युद्ध के दौरान क्षेत्र पर कब्जा करने और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अनिश्चित काल तक उस पर कब्जा रखने का एक लंबा इतिहास रहा है। इस्राइल के बफर जोन पर कब्जा करने की मिस्र, कतर और सऊदी अरब ने निंदा की है। सऊदी अरब ने कहा है कि यह कदम सीरिया की सुरक्षा बहाल करने की संभावनाएं बर्बाद कर देगा।
ब्रिटेन ने सीरियाई शरण आवेदनों पर निर्णय रोका
ब्रिटेन ने शरण देने का अनुरोध करने वाले सभी सीरियाई शरणार्थियों की अर्जियों पर निर्णय स्थगित कर दिया है। सीरिया में असद शासन के अंत के बाद ब्रिटिश पीएम कीर स्टॉर्मर ने क्षेत्र में शांति स्थिरता की अपील की। गृह मंत्रालय ने कहा है कि हजारों सीरियाई शरणार्थियों की इन अर्जियों को वह समीक्षा के लिए रखेगा। इसी तरह के कदम जर्मनी, यूनान और ऑस्ट्रिया ने भी उठाए हैं। गृह मंत्रालय ने शरण देने का अनुरोध करने संबंधी सीरियाई नागरिकों की अर्जियों पर निर्णय रोक दिया है। उसने कहा, हम मौजूदा हालात का आकलन कर रहे हैं, ताकि हम उभरते मुद्दों पर प्रतिक्रिया कर सकें।
संयुक्त राष्ट्र में राजनयिक चिंतित
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की देर रात बंद दरवाजों के पीछे हुई बैठक में विश्व राजनयिकों ने 13 वर्ष बाद मात्र 12 दिनों में बशर अल- असद का तख्तापलट होने को लेकर चिंता जताई। संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजदूत वासिली नेबेंजिया ने कहा, परिषद के सदस्यों सहित मौजूदा घटनाक्रम पर हर कोई हैरत में है। इसे लेकर बैठक के अंश सार्वजनिक नहीं हुए लेकिन बैठक से परिचित एक सूत्र ने कहा कि सभी राजनयिक सीरिया में अस्थिरता के दूरगामी बुरे नतीजे बताते दिखाई दिए।
मोहम्मद अल-बशीर बने कार्यवाहक पीएम, एक मार्च तक की नियुक्ति
एक टीवी बयान में बताया गया कि मंगलवार को सीरिया में मोहम्मद अल-बशीर को 1 मार्च, 2025 तक संक्रमणकालीन सीरियाई सरकार का कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। दमिश्क में 12 दिनों तक चले बिजली के हमले से पहले अल-बशीर ने विद्रोहियों के नेतृत्व वाली साल्वेशन सरकार चलाई थी।
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