Online Fraud : फर्जी सहकारी समिति बनाकर 189 करोड़ ठगे, पांच गिरफ्तार
अकेले उत्तराखंड में 35 शाखाएं खोलकर यहां के लोगों से ठग लिए 92 करोड़
फर्जी सहकारी समिति बनाकर लोगों से निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह समिति देशभर में 189 करोड़ की धोखाधड़ी कर चुकी है, जबकि अकेले उत्तराखंड में ही 92 करोड़ की हेराफेरी की गई है। पुलिस ने समिति के उत्तराखंड हेड सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया है।एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को ऑपरेटिव सोसायटी के नाम पर एक फर्जी समिति/कपंनी का संचालन किया जा रहा था।
सोसायटी ने संपूर्ण उत्तराखंड में 35 शाखाएं खोली थी। यहां लोगों को निवेश कर कम समय में अधिक मुनाफा दिए जाने का लालच दिया जा रहा था। पूरे प्रदेश में यह फर्जी सहकारी समिति 92 करोड़ की धोखाधड़ी कर चुकी है। सोसायटी की दुगड्डा शाखा ने कोटद्वार निवासी तृप्ति नेगी से आरडी कराने के नाम पर धनराशि ली। लेकिन उन्हें इसका कोई बॉन्ड नहीं दिया और उनके खाते में धनराशि भी जमा नहीं की। वृप्ति ने प्रकरण को लेकर बीती एक जून को कोतवाली कोटद्वार में शिकायत की थी। जिसके बाद मैनेजर व कैशियर के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
बताया कि प्रकरण की जांच एसपी कोटद्वार जया बलोनी को सौंपी थी। एसएसपी ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि मीरापुर, वीरभद्र ऋषिकेश निवासी गिरीश चंद्र सिंह बिष्ट ने वर्ष 2016 में आईडीपीएल ऋषिकेश में इस सोसायटी की शाखा खोली थी।
उत्तराखंड हेड सहित पांच आरोपी भेजे गए जेल, एसटीएफ को सौंपा जाएगा केस
1- गिरीश चंद्र सिंह बिष्ट, मूल निवासी पिंगला कोट. जिला बागेश्वर, (उत्तराखंड हेड)
2- विनीत सिंह, निवासी ग्राम देवडाली, गुमखाल पौड़ी (मैनेजर, दुगड्डा)
3- प्रज्ञा राबत, पदमपुर मोटाबांक कोटद्वार, (कैशियर, दुगड्डा)
4 उर्मिला बिष्ट निवासी घार बीया आईडीपीएल, ऋषिकेश।
5- जगमोहन सिंह बिष्ट, घार बीया आईडीपीएल, ऋषिकेश।
25 और 10 हजार के इनामी दो सगे भाई एसटीएफ ने दबोचे
एसटीएफ ने दो इनामी जालसाज ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी दोनों सगे भाई हैं। इनमें एक पर 25 और एक के ऊपर 10 हजार रुपये का इनाम था। आरोपियों ने गैंग के साथ मिलकर पीजी स्कीम चलाकर लोगों से 25 से 30 करोड़ रुपये उगे थे। तीन साल से फरार इन आरोपियों को दिल्ली के पटेलनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि जगदीश बोरा और कमलेश बोग ने वर्ष 2019 में पिथौरागढ़ क्षेत्र में लोगों से निवेश के नाम पर पैसा इकट्ठा किया था। लोगों को शेयर मार्केट और अन्य स्कीम में पैसा लगाकर मोटे लाभ का झांसा दिया गया। दोनों ने अपने साथ 17 लोगों को जोड़ा था। इस तरह उन्होंने 40-50 लोगों से 25 से 30 करोड़ रुपये ठग लिए। लोगों ने अपनी रक्कम मांगी तो कहा गया कि अभी रकम निवेश में है। जल्द ही आपको पैसा मिल जाएगा। कई लोगों से दोनों ने हल्द्वानी में सस्ते दाम में जमीन दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये उगे।आरोपियों के खिलाफ पिथौरागढ़ में जालसाजी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद दो और मुकदमे पिथौरागढ़ में दर्ज हुए।
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