Sugar Level : आपके शरीर में कितना होना चाहिए शुगर का स्तर, बिल्कुल भी इग्नोर मत करना
विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर शरीर में डायबिटीज का स्तर अनियंत्रित हुआ तो रोगी सीधे कोमा में जा सकता है।
मधुमेह कब होता है
मधुमेह की बीमारी तब होती है जब रक्त शर्करा का स्तर उच्च यानी हाइपरग्लाइसेमिया या कम यानी हाइपोग्लाइसेमिया होता है। अक्सर देखा गया है कि इससे मधुमेह रोगी प्रभावित होते हैं जिन्होंने रक्त शर्करा को अच्छी तरह नियंत्रित न किया हो और यह स्थिति बहुत ही खतरनाक है ।
कितना होना चाहिए शुगर का स्तर
चिकित्सकों के अनुसार, खाने से पहले और खाने के 2 घंटे बाद रक्त शर्करा का स्तर क्रमशः 125 मिलीग्राम पर डेसी लीटर ( एमजी/डीएल ) और 200 एमजी/ डीएल से कम होना चाहिए। अगर यह 300 – 500 एमजी/ डीएल के ऊपर चला जाए तो बहुत खतरनाक हो सकता है। मधुमेह के कारण कोई व्यक्ति कोमा में तब जाता है जब किसी व्यक्ति के शरीर में रक्त शर्करा का स्तर 600 एमजी/ डीएल या इससे अधिक हो जाए। इसके कारण रोगी अत्यधिक डिहाइड्रेट महसूस करता है।
मधुमेह तीन प्रकार का होता है टाइप 1 टाइप 2 टाइप 3
यह है मधुमेह के लक्षण
अगर आपको मधुमेह की बीमारी है या अगर आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर अत्यधिक है तो आपको अत्यधिक प्यास लग सकती है, बार-बार पेशाब आ सकता है, कमजोरी हो सकती है, जी मचला सकता है, उल्टियां हो सकती है, सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, पेट में दर्द हो सकती है, मुंह अधिक सुख सकता है, दिल की धड़कन बढ़ सकती है।
रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रखने के लिए आपको यह आहार लेना चाहिए
रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखकर डायबिटीज कोमा से बचा जा सकता है इसके लिए आपको संतुलित आहार जैसे की फल, सब्जियां, साबुत अनाज खाना चाहिए। अनहेल्दी आहार और अल्कोहल के सेवन से बचे । प्रतिदिन वाक या व्यायाम जरूर करें। व्यंजन को नियंत्रित रखें । रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर ले। तनाव को दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन करें। रक्त शर्करा को नियमित रूप से जाचते रहे। डॉक्टर के बताए अनुसार दवाएं और इंसुलिन ले। मधुमेह की दवा या इंसुलिन के बाद खाना जरूर खाएं।