भीमराव अंबेडकर के 10 ऐसे तथ्य जिन्हें कोई नहीं जानता।

संविधान निर्माता: डॉ. अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे। उन्होंने एक ऐसा संविधान तैयार किया जो सामाजिक समानता, मौलिक अधिकारों, और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित था।

दलित अधिकारों के लिए संघर्ष: उन्होंने जीवनभर दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और "अछूत" प्रथा के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

शिक्षा का महत्व: डॉ. अंबेडकर शिक्षा के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से उच्च शिक्षा प्राप्त की।

पहले कानून मंत्री: स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में उन्होंने समाज सुधार के लिए कई कदम उठाए।

 धर्म परिवर्तन: 1956 में, उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया और लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म में परिवर्तित हुए।

सामाजिक सुधारक: उन्होंने जाति प्रथा और भेदभाव को समाप्त करने के लिए आंदोलन चलाए, जैसे महाड़ सत्याग्रह और नासिक का कालाराम मंदिर सत्याग्रह।

पुस्तकें और लेखन: डॉ. अंबेडकर ने "एन्हिलेशन ऑफ कास्ट" और "हू वेयर द शूद्राज" जैसी महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं।

महिला अधिकारों के समर्थक: वे महिलाओं के अधिकारों और उनकी शिक्षा के बड़े समर्थक थे। उनके प्रयासों से महिलाओं के लिए कई कानूनी और सामाजिक सुधार हुए।

भारत रत्न से सम्मानित: 1990 में, उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

जय भीम का नारा: "जय भीम" आज भी उनके अनुयायियों के बीच समानता और सशक्तिकरण का प्रतीक है।